Skip to product information
1 of 1

होई है वही जो राम रची राखा

होइहि सोइ जो राम रचि राखा - रामचरितमानस की इस चौपाई का अर्थ जानिए

Some people use the statement, “होइहि सोइ जो राम रचि राखा। को करि तर्क बढ़ावै साखा” to shed away their responsibilities

होई है वही जो राम रची राखा

होइहि सोइ जो राम रचि राखा। को करि तर्क बढ़ावै साखा॥अस कहि लगे जपन होई है वही जो राम रची राखा Some people use the statement, “होइहि सोइ जो राम रचि राखा। को करि तर्क बढ़ावै साखा” to shed away their responsibilities भारत और जिंबॉब्वे का अगला मैच कब है भावार्थ:-जो कुछ राम ने रच रखा है, वही होगा। तर्क करके कौन शाखा बढ़ावे

प्राणी हमसे कहते है अखिलेश यादव ने कहा कि 'होई वही जो राम रचि राखा', हम उनका पैगाम लेकर आए हैं जो सबका कल्याण करते हैं उन्होंने कहा, जो

Regular price 145.00 ₹ INR
Regular price Sale price 145.00 ₹ INR
Sale Sold out
View full details